तिश्ना-ए-फैज़
Saturday, 22 November 2014
गुज़ारिश ........
गुज़ारिश
गले जब भी मिलते हैं दो बिछड़े हुए साथी.... !!
आदम हम बेसहारों को बड़ी तकलीफ होती है… !!
Monday, 17 November 2014
आइये ज़नाब
आइये ज़नाब
'' लौटने का इरादा ख़ुद ही छोड़ दीजियेगा।
आइए तो सही दिल में अपनी मोहब्बत देखने। ''....
Tuesday, 28 January 2014
या तो दीवाना हँसे ,या तू जिसे तौफ़ीक़ दे…
वर्ना इस दुनिया में आकर हँसता कौन है। …
अज्ञात
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